ब्रह्मराष्ट्र एकम ने अमृत महोत्सव पर निकाली ‘राष्ट्रीय ध्वज यात्रा’ अमर शहीदों को याद कर उन्हें किया नमन

ब्रह्मराष्ट्र एकम ने अमृत महोत्सव पर निकाली ‘राष्ट्रीय ध्वज यात्रा’  अमर शहीदों को याद कर उन्हें किया नमन

ब्रह्मराष्ट्र एकम ने अमृत महोत्सव पर निकाली ‘राष्ट्रीय ध्वज यात्रा’

 अमर शहीदों को याद कर उन्हें किया नमन

15 अगस्त सन् 1947 को हमारा भारत अंग्रेजों के चंगुल से आज़ाद हुआ था , ये बच्चे बच्चे के ज़ुबान पर आज भी कायम है। स्वतंत्रता दिवस आने की उत्सुकता व स्वतंत्रता दिवस का उत्साह बच्चों में ही देखने को अधिक मिलता है। हफ़्ते भर पहले से ही झंडे की दुकान पर स्कूल प्रोग्राम के लिए स्टिकर व झंडे खरीदते हुए बच्चों की भीड़ दिख जाती है। 

इस वर्ष भारत आज़ादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया। साथ ही 'हर घर तिरंगा' का समर्थन करते हुए दिनांक 13 अगस्त से ही आज़ादी का अमृत महोत्सव पूरा भारत मना रहा है।

आजादी का 75वां अमृत महोत्सव पर रविवार की सुबह भारत माता मंदिर से शहीद उद्यान तक *ब्रह्मराष्ट्र एकम* व अन्य सहयोगी संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय ध्वज यात्रा’ निकाली गयी। 75-फ़ीट लम्बा तिरंगा जो प्रतीक रूप में राष्ट्रीय ध्वज के साथ तीन पक्तियों के साथ निकली 750 मीटर की यह ऐतिहासिक पैदल ध्वज यात्रा लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही। इस अवसर पर वर्तमान में आज़ादी के विषय मे विचार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ दया शंकर मिश्र (दयालु जी) ने कहा कि आजादी को सहेज कर रखना हम सभी का कर्तव्य है। विशेष अतिथि कमांडेंट अफसर श्री अनिल कुमार जी ने कहा की हम शहीदों के बलिदान को किसी भी हालत में व्यर्थ नहीं जाने देंगे देश की सुरक्षा से लेकर उसकी संस्कृति की रक्षा भी हम जवानों के साथ मिलकर अंतिम सांस तक देश की सेवा करेंगे ।

कार्यक्रम का मुख्य आयोजन ब्रह्मराष्ट्र एकम के संस्थापक सचिन मिश्र उर्फ सनातनी की ओर से किया गया ब्रम्हाराष्ट्र एकम के संस्थापक सदस्य सतीश चंद्र मिश्र , रविन्द्र नाथ मिश्र , अन्नपूर्णा शास्त्री , कुशाग्र मिश्र , धीरेंद्र पांडेय , उपेंद्र मिश्र मौजूद रहे । 

यात्रा का प्रारम्भ भारत माता मंदिर से हुआ। 75-75 मीटर की दूरी में राष्ट्रीय ध्वज के साथ तीन पक्तियों के साथ निकली 750 मीटर की इस ऐतिहासिक पैदल ध्वज यात्रा में सीआरपीएफ 95 बटालियन के जवान यात्रा में परेड करते हुए चल रहे थे। एनसीसी के कैडेट भी मार्च करते हुए यात्रा में शामिल हुए। देश भक्ति संगीत ने इस यात्रा में शामिल लोगों का और उत्साह बढ़ाने का काम किया। यात्रा में राष्ट्रीय कवि, साहित्यकार, कलाकार व समाज सेवियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। शहीद उद्यान पहुंचने पर यात्रा में शामिल लोगों ने शहीदों को नमन करते हुए आजादी को हर हाल में सहेज कर रखने की शपथ ली। 

इस अवसर पर आयुष मंत्री दयालु ने कहा कि आज हम खुली हवां में सांस भी ले रहे है तो वह उन अमर शहीदों की देन है, जिन्होंने भारत को आजाद कराने में आपने प्राणों को हंसते-हंसते न्यौछावर कर दिया। आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव का आयोजन ऐसे ही अमर शहीदों को याद करने के साथ ही राष्ट्रवाद की भावना और देशभक्ति की अलख जगाने के लिए हमें प्रेरित करता है। ऐसे ही शहीदों की याद में निकाली गयी *‘राष्ट्रीय ध्वज यात्रा’* की जितनी भी सराहना की जाये कम होगी। देश भक्ति संगीत का कार्यक्रम डॉ अमलेश शुक्ला और आस्था शुक्ला जी ने अपने मधुर संगीत से देशभक्ति का अलख जगाने का पूरा प्रयास किया और अपने वतन के रखवाले सीमा पर और वहाँ उपस्थित CRPF के जवानों को समर्पित कई देशभक्ति गानो से मंत्र मुग्ध किया।

कार्यक्रम में डॉ विद्या सागर पांडेय, रो हेमंत अग्रवाल, रो अजय खरे, राजेश पांडेय, आदित्य सिंह, कमलेश शुक्ला, युवा कवि सूरज मणि त्रिपाठी, अंकित मिश्र, अभिजीत सिंह, अनुपम मिश्र, अंशुल पाठक आदि शामिल रहें। कार्यक्रम का संचालान शशि प्रकाश जी ने किया। धन्यवाद कार्यक्रम आयोजक सचिन सनातनी ने ज्ञापित किया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow